ठंड का क़हर :हरियाणा में कोहरे का अलर्ट ,बारिश की संभावना
इस साल हरियाणा में ठंड ने सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शीतलहर और घने कोहरे के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि प्रदेश के कई जिलों में कोहरा बढ़ने से स्थिति और गंभीर हो सकती है। साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड में और वृद्धि होने की संभावना है। इस स्थिति को देखते हुए नागरिकों को इस कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सजग रहना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
तापमान में गिरावट से बढ़ी मुश्किलें
हरियाणा में ठंड इस समय अपने चरम पर पहुंच चुकी है। रविवार को हिसार और पानीपत में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में और गिरावट आ सकती है। हालांकि, यह स्थिति अस्थायी हो सकती है, लेकिन इसके कारण जनजीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। तापमान में गिरावट से लोगों को बाहर निकलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, और ठंडी हवाओं ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। इस कठिन परिस्थिति में, नागरिकों को एहतियाती कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है, ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
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घने कोहरे का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के आठ जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में हिसार, पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, करनाल, सोनीपत और चरखी दादरी शामिल हैं। कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे धीमी गति से गाड़ी चलाएं और सतर्क रहें। इसके अलावा, सुरक्षित दूरी बनाए रखना भी जरूरी है ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। कोहरे के कारण सड़क यात्रा में जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए सुरक्षित यात्रा के लिए सभी को पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए।
बढ़ते प्रदूषण का स्वास्थ्य पर प्रभाव
ठंड के साथ-साथ प्रदूषण का बढ़ता स्तर लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का कारण बन रहा है। सोमवार को चरखी दादरी में AQI 238, फरीदाबाद में 253, गुरुग्राम में 278, पंचकूला में 194 और रोहतक में 205 दर्ज किया गया। ये सभी AQI स्तर “खराब” श्रेणी में आते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब वायु गुणवत्ता के कारण सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर बच्चे और बुजुर्ग इस प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि उनकी शारीरिक स्थिति ठंड और प्रदूषण के संयोजन से अधिक संवेदनशील होती है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोग इस प्रदूषण से बचने के लिए सही कदम उठाएं।
आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, 21 जनवरी तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, सुबह और रात के समय घना कोहरा छा सकता है, जिससे ठंड का प्रभाव और बढ़ सकता है। 22 और 23 जनवरी को संभावित बारिश के बाद रात के तापमान में मामूली सुधार हो सकता है, लेकिन दिन के समय ठंड का असर बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 24 जनवरी के बाद मौसम साफ होने की संभावना है, लेकिन रात में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट जारी रह सकती है। इस प्रकार, अगले कुछ दिनों तक ठंड का असर बरकरार रहेगा और लोगों को ठंड से बचने के उपायों पर ध्यान देना होगा।
ठंड से बचाव के लिए जरूरी एहतियाती उपाय
- गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें: ठंडी हवाओं से बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें।
- बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखें: ये वर्ग ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए उनका खास ध्यान रखें।
- हीटर और अलाव का उपयोग करें: कमरे को गर्म रखने के लिए इनका उपयोग करें।
- गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें: सूप और अन्य गर्म पेय शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं, खासकर जब बाहर की ठंड बढ़ जाए।
बारिश और ठंड का प्रदूषण पर प्रभाव
बारिश और ठंड का संयोजन प्रदूषण को और बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोहरे और बारिश के कारण प्रदूषण के कण वातावरण में लंबे समय तक बने रह सकते हैं। इससे अस्थमा और अन्य सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, ठंड के मौसम में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो सकती है, जिससे बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है।
सतर्कता और एहतियात जरूरी
हरियाणा में ठंड, शीतलहर और कोहरे ने लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बारिश की संभावना ने ठंड की समस्या को और बढ़ा दिया है। इसलिए, नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम के अनुसार एहतियाती कदम उठाने चाहिए। गर्म कपड़े पहनें, घर के भीतर रहें, और अपने परिवार के बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। सतर्कता और सावधानी से ठंड के इस प्रकोप का सामना किया जा सकता है।