AMBULENCE के आगे श*राबी युवकों की गुं*डागर्दी।
AMBULENCE के आगे श*राबी युवकों की गुं*डागर्दी।
जच्चा-बच्चा की जान खतरे में डाली।
एम्बुलेंस का रास्ता रोक मारपीट पर उतरे युवक, पुलिस में शिकायत दर्ज
पानीपत के गांव गढ़ी सिकंदरपुर के पास सरकारी एंबुलेंस के आगे कार सवार श*राबी युवकों ने गुं*डागर्दी करते हुए रास्ता रोक लिया। एंबुलेंस में जच्चा-बच्चा को डिस्चार्ज के बाद उनके घर छोड़ा जा रहा था, लेकिन न*शे में धुत युवकों ने रॉन्ग साइड से आकर एंबुलेंस का रास्ता जाम कर दिया। जब एंबुलेंस में मौजूद इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) ने युवकों को रास्ता हटाने को कहा तो वे मारपीट पर उतारू हो गए।
स्थिति बिगड़ती देख EMT ने एंबुलेंस लॉक कर दी और डायल 112 पर VT करवा दी। काफी देर तक सड़क पर जाम लगा रहा, जिसके बाद अन्य वाहन चालकों के दबाव में आकर युवकों ने अपनी कार पीछे हटाई। इस पूरे मामले में EMT ने थाने में शिकायत दर्ज करवा दी है और इसकी जानकारी सिविल सर्जन, पानीपत को भी दे दी गई है।
घटना का पूरा विवरण: श*राबी युवकों ने कैसे रोकी सरकारी एंबुलेंस?
घटना गांव गढ़ी सिकंदरपुर के पास हुई, जहां पानीपत सिविल अस्पताल की एंबुलेंस गांव बाल जाटान में एक जच्चा-बच्चा को छोड़ने जा रही थी। इसी दौरान, एक कार सवार युवकों ने गलत दिशा से आकर एंबुलेंस के सामने अपनी कार अड़ा दी और एंबुलेंस को रास्ता देने से इनकार कर दिया। एंबुलेंस का सायरन लगातार बजता रहा, लेकिन युवक अपनी गाड़ी नहीं हटाने पर अड़े रहे, जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया।
एम्बुलेंस में मौजूद EMT सोमदत्त शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने युवकों को गाड़ी हटाने के लिए कहा तो वे गाली-गलौज करने लगे और एंबुलेंस के पास आकर मारपीट की कोशिश करने लगे। स्थिति को भांपते हुए, उन्होंने तुरंत गाड़ी लॉक कर ली और डायल 112 पर सूचना दी।
एम्बुलेंस को पीछे करने का बना रहे थे दबाव, पुलिस कार्रवाई की मांग
EMT ने आगे बताया कि अगर वे गाड़ी से नीचे उतरते तो युवक उनके साथ मारपीट कर सकते थे। उन्होंने कहा,
“युवक बार-बार एंबुलेंस को पीछे हटाने का इशारा कर रहे थे। जब हमने ऐसा करने से मना किया तो वे एंबुलेंस के पास आकर बदतमीजी करने लगे। हमें डर था कि वे हमारा सरकारी मोबाइल छीनकर फेंक सकते हैं या हमारे साथ कोई वारदात कर सकते हैं।”
जब सड़क पर जाम बढ़ने लगा और अन्य वाहन चालकों ने भी युवकों पर दबाव बनाया, तब जाकर उन्होंने अपनी कार पीछे हटाई। EMT ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी सिविल सर्जन, पानीपत को दे दी और पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
क्या कहता है कानून? एंबुलेंस को रोकना अपराध है
भारत में मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार, किसी भी एम्बुलेंस या आपातकालीन वाहन का रास्ता रोकना कानूनन अपराध है। यदि कोई व्यक्ति एंबुलेंस को जानबूझकर रोकता है या बाधा उत्पन्न करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में भी पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
क्या होगी पुलिस की अगली कार्रवाई?
अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी? अक्सर इस तरह के मामलों में आरोपी न*शे में होने का बहाना बनाकर बचने की कोशिश करते हैं। लेकिन इस घटना के बाद पीड़ित EMT ने थाने में शिकायत दर्ज करवा दी है और अब पुलिस की अगली कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि सड़कों पर एंबुलेंस के लिए रास्ता नहीं देने की मानसिकता आज भी बनी हुई है, जिसे बदलना बेहद जरूरी है। ऐसे मामलों में सख्त कानून लागू करना और जागरूकता बढ़ाना समय की मांग है।