Mayor चुनाव में बड़ा उलटफेर: चंडीगढ़ में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
चंडीगढ़ में Mayor पद के चुनाव में बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला, जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हरप्रीत कौर बबला को जीत दिलाकर बड़ी सफलता हासिल की। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के पार्षदों द्वारा क्रॉस वोटिंग किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
Mayor जीत और वोटों का गणित
Mayor चुनाव में बीजेपी को 19 वोट मिले, जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को 17 वोट ही मिल सके। रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की, जिससे चुनाव का परिणाम बीजेपी के पक्ष में गया।
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क्रॉस वोटिंग ने बदला समीकरण
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग किए जाने की वजह से विपक्षी गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ा। इस स्थिति ने चंडीगढ़ नगर निगम की राजनीति को और रोचक बना दिया है।
- राजनीतिक समीकरण और भविष्य की रणनीति
- बीजेपी की यह जीत नगर निगम में उसकी पकड़ को और मजबूत करती है।
- आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
- भविष्य में नगर निगम की रणनीति और गठबंधनों में बदलाव संभव हो सकता है।
नगर निगम की कुल सीटें: 36
- बीजेपी के वोट: 19
- कांग्रेस + आम आदमी पार्टी के वोट: 17
- क्रॉस वोटिंग की संख्या: 3 पार्षद
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आरोप-प्रत्यारोप
बीजेपी की जीत के बाद, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने क्रॉस वोटिंग को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। AAP और कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पार्षदों को खरीदकर चुनाव जीता है। दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे लोकतंत्र की जीत करार दिया और कहा कि विपक्षी दलों में अंदरूनी कलह की वजह से उनके पार्षदों ने खुद ही बीजेपी को समर्थन दिया।
भविष्य की रणनीति: विपक्षी दलों की अगली चाल
इस हार के बाद, कांग्रेस और आप के शीर्ष नेता पार्टी में अनुशासन लागू करने और गुटबाजी को खत्म करने की रणनीति बना सकते हैं। साथ ही, विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने के लिए आगामी चुनावों में बेहतर गठबंधन रणनीति पर काम कर सकते हैं।