Bribe लेते ACB ने निरीक्षक राजीव कुमार को रंगे हाथों दबोचा
पंचकूला – Bribe लेते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक राजीव कुमार को ACB रंगे हाथों गिरफ्तार किया। करनाल में तैनात निरीक्षक राजीव कुमार को ₹10,000 की रिश्वत (Bribe) लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ गवाहों की मौजूदगी में की गई।
Bribe मांगने का पूरा मामला
शिकायतकर्ता विकास शर्मा ने ACB करनाल में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी रजनी और भाई विक्रम कुमार के नाम से राशन डिपो संचालित है। उनका डिपो खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक राजीव कुमार और अमन कुमार (AFSO, कुंजपुरा) के अधीन आता है।शिकायत के अनुसार, एचडब्ल्यूसी गोदाम के माध्यम से उनके राशन डिपो पर खराब गेहूं भेजा गया था। इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने पर 28 जनवरी 2025 को राजीव कुमार और अमन कुमार ने उनके राशन डिपो का निरीक्षण किया। मीटिंग के दौरान, राजीव कुमार ने ₹10,000 की रिश्वत की मांग की और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो राशन डिपो की सप्लाई बंद कर दी जाएगी।
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ACB टीम की कार्रवाई और गिरफ्तारी
शिकायत के आधार पर, ACB करनाल ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, कुंजपुरा कार्यालय में छापा मारा और राजीव कुमार को ₹10,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक थाना, करनाल में अभियोग दर्ज कर लिया गया है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में बढ़ रहा भ्रष्टाचार
ACB द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि राजीव कुमार को 8 जनवरी 2025 को ही कुंजपुरा में तैनात किया गया था। इसके अलावा, 2 जनवरी 2025 को इसी विभाग के अधिकारी राजेंद्र सिंह (सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी), नीरज वधवा (निरीक्षक) और सेवानिवृत्त सेवादार रामचंद्र को भी Bribe लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ये अधिकारी डिपो होल्डर्स से हर महीने रिश्वत वसूलते थे।
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि रिश्वत मांगने वाले सरकारी अधिकारी आम जनता का शोषण कर रहे हैं और ACB उनकी करतूतों का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है।