Central Budget:हरियाणा के हाथ रह गए खाली: कुमारी सैलजा
चंडीगढ़,: सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने Central Budget पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में भी हरियाणा को न कोई बड़ी सौगात मिली और न ही प्रदेश के लोगों की उम्मीदें पूरी हुईं। बजट में भी हरियाणा की अनदेखी की गई। सरकार ने वायदा करने के बावजूद एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दी, जिससे किसानों के साथ फिर धोखा हुआ। बजट में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, यहां तक कि गरीबों को भी नजरअंदाज कर दिया गया।
Central Budget में नहीं मिली कोई बड़ी परियोजना
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गन्ना किसानों के लिए मशीनों में सब्सिडी देने की मांग रखी थी, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली। प्रदेश के उद्यमी लंबे समय से उद्योग के लिए जमीन लीज पर देने की मांग कर रहे थे, लेकिन इस बजट में उन्हें भी निराशा हाथ लगी।
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एमएसपी की कानूनी गारंटी पर फिर धोखा
किसानों की सबसे बड़ी मांग एमएसपी की कानूनी गारंटी थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। महंगाई और बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों को भी पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। गरीब, किसान और आदिवासी वर्ग की भी अनदेखी की गई है। मनरेगा जैसी योजनाओं का जिक्र तक नहीं किया गया।
हरियाणा की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को नहीं मिली मंजूरी
परमाणु बिजली संयंत्र को नहीं मिली मंजूरी
हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में बन रहे परमाणु बिजली संयंत्र का काम अधूरा पड़ा है। सरकार ने बजट में इसके लिए कोई धनराशि आवंटित नहीं की, जिससे यह परियोजना आगे नहीं बढ़ सकी। गरीबों के लिए आवास योजना पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
रिजनल रेपिड रेल परियोजनाओं को नहीं मिली मंजूरी
रेलवे बजट में भी हरियाणा के लिए कुछ खास नहीं रखा गया। दिल्ली से हरियाणा के शहरों को जोड़ने वाली रिजनल रेपिड रेल परियोजनाओं को मंजूरी नहीं मिली। इनमें दिल्ली-पानीपत कोरिडोर, दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़, दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक रेल परियोजनाएं शामिल थीं, जिनका बजट में जिक्र तक नहीं किया गया। इसके अलावा हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, दिल्ली-पानीपत फास्ट रेल कॉरिडोर, महेंद्रगढ़ (एनसीआर) में मल्टी-लॉजिस्टिक्स हब जैसी योजनाओं को भी मंजूरी नहीं दी गई। इससे प्रदेश के उद्योगपतियों और व्यापारियों में निराशा है।
औद्योगिक क्षेत्र में असंतोष
Central Budget में हरियाणा को कोई बड़ा केंद्रीय प्रोजेक्ट नहीं मिला, जिससे प्रदेश की जनता में निराशा है। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार केवल अपने कार्यों की वाहवाही करने में लगी है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। हरियाणा के राजनीतिक और औद्योगिक क्षेत्रों में इस बजट को लेकर असंतोष साफ झलक रहा है। सरकार ने केवल उन्हीं योजनाओं को महत्व दिया, जिनसे उसे राजनीतिक लाभ मिल सकता था, जबकि राज्य के विकास को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।