Dallewal मेडिकल सहायता लेने को राजी, केंद्र से क्या है उम्मीदें?
चंडीगढ़: खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) समेत 12 मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह Dallewal की हालत बेहद गंभीर है। भारत के कृषि मंत्रालय की संयुक्त सचिव पीरिया रंजन ने दल्लेवाल से मुलाकात कर उनसे मेडिकल सहायता लेने की अपील की। दल्लेवाल आखिरकार मेडिकल सहायता लेने को राजी हो गए हैं। इसके साथ ही केंद्र ने 14 फरवरी को किसानों के साथ बैठक का न्योता दिया है।
Dallewal की सेहत पर सरकार रख रही नजर
किसान नेता जगजीत सिंह Dallewal की तबीयत खराब होने की खबर केंद्र तक पहुंचने के बाद संयुक्त सचिव पीरिया रंजन ने अपनी टीम व पंजाब के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खनौरी बॉर्डर का दौरा किया। इस दौरान पटियाला के एसएसपी डॉ. नानक सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। दल्लेवाल की हालत को देखते हुए केंद्रीय सचिव ने मेडिकल कराने का आग्रह किया, जिस पर आखिरकार उन्होंने सहमति दे दी।
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बैठक का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित मांगों पर चर्चा करना होगा:
बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ. दर्शनपाल, रमिंदर सिंह पटियाला और झंडा सिंह
एमएसपी पर गारंटी कानून लागू करना।किसानों और मजदूरों की कर्ज माफी।दिल्ली आंदोलन के दौरान स्वीकार की गई मांगों को लागू करना।खेती मंदारिन नीति के प्रस्ताव को रद्द करना। इसके साथ ही 20 जनवरी को सांसदों के घरों के सामने धरना और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया गया है।
किसान संगठनों में एकता की कमी
खनौरी बॉर्डर पर किसानों के संघर्ष में सबसे बड़ी बाधा संगठनों में एकता की कमी है। पातड़ा में हुई बैठक में साफ हो गया कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच तालमेल की कमी है। हालांकि, दोनों संगठनों ने अगले दौर की बातचीत में समाधान निकालने का वादा किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं ने केंद्र पर दबाव बनाने के लिए देशभर में संघर्ष तेज करने की अपील की है।
26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च
किसान संगठनों ने देशभर के किसानों से 20 जनवरी और 26 जनवरी को होने वाले विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने की अपील की है। ये विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार पर दबाव बनाने और किसानों की मांगों को जल्द मनवाने के लिए किए जा रहे हैं। आंकड़े और किसान आंदोलन भारत में 80 फीसदी किसान छोटे और सीमांत श्रेणी में आते हैं, जिनकी आय का बड़ा हिस्सा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर निर्भर करता है।
सहमति: संघर्ष में नई ऊर्जा
किसान नेता Dallewal के चिकित्सा सहायता लेने के फैसले को किसान नेताओं ने संघर्ष के लिए सकारात्मक संकेत माना है। केंद्र और किसान संगठनों के बीच बातचीत का रास्ता साफ हो गया है।
दल्लेवाल का आमरण अनशन और किसानों की 12 मांगें देश में कृषि नीतियों में सुधार की ओर इशारा करती हैं।