गुरु जी. एलंगोवन को प्रदर्शन कला में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन ने क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड से सम्मानित किया
सोनीपत/03 अप्रैल, 2024: वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन ने 45 वर्षों से ज्यादा का अनुभव रखने वाले आदरणीय नट्टुवनार, गायक और संगीतकार गुरु श्री जी. एलंगोवन को डब्ल्यूयूडी क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड से नवाजा है। अपने जगमगाते करियर के दौरान, गुरु एलंगोवन ने वर्ल्ड तमिल एसोसिएशन, हयग्रीव, कला केरलम, तमिल संगम चेन्नई, संगीत साधना संस्थान और वर्ल्ड तमिल सेंटर जैसे संगठनों से अनगिनत तारीफें बटोरी हैं। सांस्कृतिक परिदृश्य पर गुरुजी के गहरे असर को मॉरीशस सरकार ने भी स्वीकार किया और उन्हें इसाई मामानी की प्रतिष्ठित उपाधि प्रदान की।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन की अगुवाई में डब्ल्यूयूडी क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड्स, भारतीय शास्त्रीय प्रदर्शन कला के क्षेत्र में अनुभवी और उभरते हुए कलाकारों का जश्न मनाने और उन्हें प्रेरित करने का एक मंच प्रदान करते हैं। ये अवार्ड वैश्विक रचनात्मक समुदाय के भीतर सहभागिता को बढ़ावा देते हुए, विविधता भरी प्रतिभाओं को स्वीकार करते हैं और उन्हें सशक्त बनाते हैं। गुरु एलंगोवन जैसे कलाकारों को सम्मानित करके, डब्ल्यूयूडी का उद्देश्य यह है कि भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया जाए और युवा पीढ़ी को रचनात्मक क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन के वाइस चांसलर डॉ. संजय गुप्ता ने गुरु एलंगोवन के योगदान को लेकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा, “डब्ल्यूयूडी में, हम रचनात्मकता को बढ़ावा देने और कलात्मक आभा की पहचान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गुरु एलंगोवन की असाधारण प्रतिभा और प्रदर्शन कला के प्रति उनका समर्पण, हमारे क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स के मिजाज की मिसाल पेश करता है। उन्हें सम्मानित करने और इस पहल के माध्यम से जोशीले प्रदर्शन कला समुदाय का साथ देने पर हमें गर्व है। नई दिल्ली के त्रिवेणी कला संगम ऑडिटोरियम में आयोजित इस अवार्ड समारोह के दौरान कई मशहूर हस्तियां उपस्थित रहीं, जिनमें ओडिसी नृत्य का पुनरुद्धार करने वाले अग्रदूत गुरु मायाधर राउत भी शामिल थे। इस कार्यक्रम में नर्तकों, संगीतकारों, कला प्रेमियों और छात्रों ने बड़े पैमाने पर भागेदारी की, जिससे जश्न और बातचीत का आत्मीय माहौल तैयार हुआ।वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन के स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की डीन डॉ. पारुल पुरोहित वत्स ने बताया, ”भारतीय शास्त्रीय प्रदर्शन कला के क्षेत्र में गुरु जी की अद्वितीय महारत और उनके अभूतपूर्व योगदान को स्वीकार करते हुए, उन्हें यह पुरस्कार प्रदान करना सौभाग्य की बात है। एक नट्टुवनार, गायक, संगीतकार और कोरियोग्राफर के रूप में बेजोड़ हुनर रखने के साथ-साथ, परंपरा व नवाचार के उनके कुशल मिश्रण ने केवल सांस्कृतिक परिदृश्य को ही ऊंचाइयां नहीं दी हैं, बल्कि विश्व स्तर पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध भी कर रखा है। इस सम्मान के माध्यम से, हमने उनकी स्थायी विरासत और प्रदर्शन कला के परिदृश्य पर पड़े उनके सार्थक प्रभाव को समादृत किया है।
प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए आभार व्यक्त करते हुए गुरु एलंगोवन ने टिप्पणी की, “रचनात्मक क्षेत्र में शिक्षा को समर्पित एक यूनिवर्सिटी के रूप में डब्ल्यूयूडी उल्लेखनीय काम करती चली आ रही है। मैं दिग्गज हस्तियों के हाथों से प्रतिष्ठित क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड 2024 प्राप्त करके बड़ा गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। यह मान्यता समान रूप से उन कलाकारों और शिक्षकों के अथक समर्पण की गवाही देती है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं।
विविधता से भरी कलात्मक प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन ने समूचे दिल्ली एनसीआर में दी जाने वाली कलात्मक प्रस्तुतियों का मूल्यांकन करने को समर्पित एक समिति स्थापित की है। यह पहल, कलात्मक उत्कृष्टता की पहचान करने तथा उसका जश्न मनाने वाले एक गतिशील व समावेशी मंच को बढ़ावा देने के प्रति डब्ल्यूयूडी की प्रतिबद्धता दर्शाती है।