Elvish Yadav:कसा कानूनी शिकंजा , जाने क्या है मामला ?

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पॉपुलर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर Elvish Yadav एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. गाजियाबाद कोर्ट ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है. यह आदेश सौरभ गुप्ता नाम के शख्स की याचिका पर दिया गया, जिसने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की.

क्या है पूरा मामला?

यह मामला नोएडा के सेक्टर 49 थाने में दर्ज एफआईआर से जुड़ा है. शिकायतकर्ता सौरभ गुप्ता का आरोप है कि Elvish Yadav और उसके साथियों ने उनकी कार का पीछा किया और जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने जब इस मामले में केस दर्ज करने से इनकार कर दिया तो सौरभ गुप्ता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.गाजियाबाद कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए नंदग्राम थाने को बीएनएसएस की धारा 173(4) के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया है. यह फैसला एल्विश यादव के लिए एक और कानूनी चुनौती बनकर आया है.

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Elvish Yadav पहले भी विवादों में रहे

यह पहली बार नहीं है जब एल्विश यादव कानूनी विवाद में घिरे हैं. इससे पहले भी वह कई मामलों में चर्चा में रह चुके हैं. हाईबॉक्स एप्लीकेशन मामलाअक्टूबर 2024 में दिल्ली पुलिस ने हाईबॉक्स एप्लीकेशन के जरिए निवेशकों को ठगने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। गिरोह लोगों को गारंटीड रिटर्न का लालच देता था और उनका विश्वास जीतने के लिए कई यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स से विज्ञापन लेता था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एल्विश यादव, अभिषेक मल्हान उर्फ ​​फुकरा इंसान, लक्ष्य चौधरी और पूरव झा समेत कई इंफ्लुएंसर्स को नोटिस जारी किया था।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई

एलविश यादव के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कार्रवाई की थी। उसकी संपत्तियां जब्त की गई थीं।3. सांप डिलीवरी का मामलाएलविश पर सांपों की अवैध डिलीवरी करने का भी आरोप था। इस मामले ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं।इस मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।अधिकारियों के मुताबिक जेल में उसकी पहली रात बेहद तनावपूर्ण रही और वह सो नहीं सका।

Elvish Yadav की मुश्किलें क्यों बढ़ रही हैं?

सोशल मीडिया पर बढ़ती जिम्मेदारी: एल्विश यादव जैसे लोकप्रिय इंफ्लुएंसर्स के लाखों फॉलोअर्स हैं। उनका कोई भी बयान या गतिविधि बड़ा असर डालती है।विवादित गतिविधियों से जुड़ाव: एल्विश का नाम अक्सर विवादास्पद मामलों में आता है जो उनकी छवि को नुकसान पहुंचाते हैं।कानूनी कार्रवाई का डरावना इतिहास: पहले भी उनकी संपत्ति जब्त होने और जेल जाने के मामले सामने आ चुके हैं।

एलविश यादव की लोकप्रियता और विवाद

यूट्यूब और सोशल मीडिया: एल्विश यादव के यूट्यूब पर 10 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं। वह अपने कॉमेडी वीडियो, व्लॉग और सोशल मैसेजिंग कंटेंट के लिए जाने जाते हैं।बिग बॉस ओटीटी 2: बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 में हिस्सा लेने और विजेता बनने पर उनकी लोकप्रियता में काफ़ी उछाल आया।हालांकि, उनकी लोकप्रियता के साथ विवाद भी बढ़ते रहे हैं। ऐसे मामलों से उनकी छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है और उनके करियर पर भी सवाल उठते हैं।

क्या कहते हैं आंकड़े?

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर जवाबदेही: एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2023 तक 1 मिलियन से ज्यादा सक्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर होने की उम्मीद है। कानूनी मामलों की संख्या: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, सोशल मीडिया से जुड़े मामलों में हर साल 500 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की जाती हैं।

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का विस्तार: स्टैटिस्टा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का बाजार 2024 तक 3,500 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।

एल्विश यादव का विवादों में फंसना दर्शाता है कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के लिए जिम्मेदारी और जवाबदेही कितनी जरूरी है। गाजियाबाद कोर्ट के इस आदेश का उनके करियर और छवि पर बड़ा असर पड़ सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में एल्विश इन कानूनी चुनौतियों का सामना कैसे करते हैं और क्या वह अपने फैन्स का भरोसा कायम रखने में सफल होते हैं या नहीं।

 

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