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सोनीपत, 26 नवंबर। शांति खरीदने से नहीें मिलती शांति स्थापित करनी पड़ती है और दुश्मन को उसकी भाषा में ही जवाब देना होता है यह बात तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने गांव झिंझौली के साधना केन्द्र में आयोजित संकल्प दिशा बोध शिविर में पूरे देश से आये छात्रों को सम्बोधित करते हुए कही।
दिशा बोध शिविर के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि पधारे तमिलनाडु के राज्यपाल ने कहा कि पहले लोग अखण्ड भारत की परिकल्पना करते थे। लेकिन 2014 से प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद से नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर के आतंकवाद, उत्तर पूर्वी राज्यों में पनपे नक्सलवाद और माओवादियों के हमलों को जड़मूल से समाप्त किया है। प्रधानमंत्री ने देश विरोधी ताकतों को स्पष्टï संकेत दिया है कि भारत में उनके लिए कोई स्थान नहीं है और अखंड भारत स्थापित करके दिखाया है। राज्यपाल ने दिशा बोध शिविर में पधारे विद्यार्थियों को आह्वïान किया कि वे उच्च पदों को सुशोभित करते हुए जाति और धर्म से उपर उठकर एक समान विकसित समाज का निर्माण करने में अपनी भूमिका निभाएं।
श्री आरएन रवि ने लद्दाख से आई एक छात्रा के प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से बेटियों के प्रति समाज की सोच में बड़ा परिवर्तन लाया है। इस अभियान ने समाज की सोच को बदल कर रख दिया है। पहले स्कूलों में शौचालय ही नहीं होते थे तो ऐसे में कैसे उन्हें शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री की इसी सोच के दृष्टिïगत भारत सरकार ने हर घर, प्रत्येक शिक्षण संस्थान और सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों के निर्माण को प्राथमिकता दी। यही नहीं सरकार ने बेटियों की गर्भावस्था में होने से लेकर उसके पैदा होने और उसके बाद भी उचित पोषाहार व चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की। श्री आरएन रवि ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सार्थक सोच के अनुरूप इसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। जनगणना से पूर्व हो रहे सर्वे के अनुसार बेटियों की संख्या पुरूषों के समान अथवा अधिक आ रही है।
इस मौके पर साधना केन्द्र की और से राज्यपाल श्री आरएन रवि को सम्मानित भी किया गया।