Greevensis कमेटी की बैठक में नहीं जाएंगे अनिल विज , जाने वजह ?
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने Greevensis कमेटी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह Greevensis कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उनके आदेशों की अनुपालना नहीं होती।
Greevensis कमेटी को लेकर क्यों नाराजगी ?
विज ने आरोप लगाया कि ग्रीवेंसिस कमेटी के आदेशों का पालन नहीं किया जाता, जिससे जनता की शिकायतों का समाधान नहीं हो पाता। उन्होंने संकेत दिए कि यदि कमेटी की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ, तो वह उसकी बैठकों से दूरी बना सकते हैं।
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आंकड़ों और वास्तविक स्थिति पर नजर
- हरियाणा में ग्रीवेंसिस कमेटी में सालाना हजारों शिकायतें दर्ज होती हैं।
- एक रिपोर्ट के अनुसार, 50% से अधिक शिकायतें लंबित रहती हैं।
- विज के विधानसभा क्षेत्र में 300 से अधिक विकास योजनाएं अटकी पड़ी हैं।
अंबाला कैंट के नागरिकों की समस्याओं को सुनने के लिए विज द्वारा चलाए जा रहे जनता कैंप भी बंद कर दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि जब प्रशासन उनके निर्देशों की अनुपालना नहीं कर रहा है, तो जनता कैंप लगाना व्यर्थ है।
आमरण अनशन की धमकी
मंत्री विज ने अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा। विज ने कहा कि अगर अंबाला कैंट के विकास कार्यों में अड़चन आई तो मैं आंदोलन से भी पीछे नहीं हटूंगा। जरूरत पड़ने पर डलेवाल की तर्ज पर आमरण अनशन भी करूंगा।
मंत्री अनिल विज का बयान प्रशासनिक व्यवस्था और जनता के मुद्दों पर सीधी टकराहट दर्शाता है। यदि प्रशासन समय पर समाधान नहीं करता, तो अंबाला कैंट में जल्द ही बड़ा आंदोलन देखने को मिल सकता है। हलाकि मंत्री अनिल विज जनता के मुद्दों को लेकर काफी गंभीर नजर आते है। अनिल विज जिस भी बैठक में जाते है वहां पर आम लोगो की समस्याओं को हल करने की भरपूर कोशिश करते है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार विज की नाराजगी दूर करने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगी?