Health minister की बड़ी घोषणा: हीमोफीलिया थैलीसीमिया पीड़ितों को राहत
Health minister एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए हीमोफीलिया और थैलीसीमिया जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए पेंशन के लिए आयु सीमा समाप्त कर दी है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने घोषणा की है कि इन बीमारियों से पीड़ित लोगों को हर महीने 3,000 रुपये की पेंशन दी जाएगी। खास बात यह है कि यह पेंशन किसी अन्य पेंशन के अतिरिक्त होगी, जिससे इन पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिवारों को आर्थिक सहारा मिलेगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार के अहम कदम
राज्य सरकार ने बीते 100 दिनों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। नारनौल में 6.57 करोड़ रुपये की लागत से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण किया गया है, जिससे दुर्घटना में घायल लोगों को त्वरित और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इसके अलावा, पंचकूला के सिविल अस्पताल में पैथोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, मनोचिकित्सा और अस्पताल प्रशासन में डीएनबी (DNB) डिग्री कार्यक्रम जल्द ही शुरू किया जाएगा।
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Health minister का विज़न: बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के नागरिकों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। हीमोफीलिया और थैलीसीमिया जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग अक्सर महंगे इलाज का सामना करते हैं। इस पेंशन योजना से उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
आंकड़े और विश्वसनीयता
राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 12,000 बच्चे थैलीसीमिया के साथ जन्म लेते हैं। इसी तरह, हीमोफीलिया के मरीजों की संख्या भी चिंताजनक है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा सरकार का यह कदम एक सराहनीय पहल है।
स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती राव के नेतृत्व में लिए गए इन निर्णयों से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और नागरिकों का जीवन बेहतर बनेगा। हरियाणा सरकार के ये कदम अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा साबित हो सकते हैं।