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Rahul Sainiगोहाना भगतफूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कालेज, खानपुर कलां, सोनीपत में नैश्नल मेडीकल कमीशन -एनएमसी द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम एनबीईएमएस सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन जागरूकता) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ जगदीश चन्द्र दुरेजा ने शिरकत की और इस कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के एनसथिसीया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रणव बंसल व डॉ मीना सिंह द्वारा किया गया।
निदेशक डॉ जगदीश चन्द्र दुरेजा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से आम जनता को जागरूकता मिलती है और आपातकालीन समय में यदि इस प्रकार की तकनीक को प्रयोग मे लाया जाए तो मरीज की जान भी बचाई जा सकती है। उन्होने बताया कि विश्व में बहुत से मरीजों की जान सीपीआर की जागरूकता की कमी के चलते चली जाती है क्योंकि दिल के मरीजों में अटैक जैसी बीमारी अचानक ही आ जाती है और यदि उसे समय पर उपचार ना मिले तो उसकी मृत्यु होने का डर रहता है। उन्होने सभी से इस बारे में जागरूक होने और अन्य लोगों को भी जागरूक करने की अपील की। उन्होने कहा कि इसका मुख्य उदेश्य जनता की देखभाल के प्रति जागरूक करना है।
इस अवसर पर संस्थान के एनसथिसीया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रणव बंसल ने संस्थान के सभी जुनियर व सीनियर रैजीडैन्ट/डाक्टर, अधिकारी व कर्मचारीयों को सीपीआर के विषय में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने आपात समय में दिल की बीमारी हार्ट अटैक के समय प्राथमिक उपचार और सीपीआर के प्रयोग के बारे प्रशिक्षण दिया। उन्होने बताया कि दिल की बीमारीयों के लिए इस तकनीक का प्रयोग करके मरीज को बचाने में सहायता मिलती है। कार्यक्रम में सभी नर्सिग अधिकारी, जुनियर व सीनियर रैजीडैन्ट/डाक्टर, अधिकारी व कर्मचारी मौजुद रहे।