Maha-Kumbh-Yatra- हरियाणा के विधायक: जानिए यात्रा की तैयारियां?

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चंडीगढ़: Maha-Kumbh-Yatra में इस बार हरियाणा के विधायक प्रयागराज में संगम स्नान अपने खर्चे पर करेंगे। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण ने घोषणा की है कि हरियाणा के विधायक 7 फरवरी को प्रयागराज पहुंचकर संगम स्नान करेंगे। उन्होंने हरियाणा के सभी विधायकों को इस धार्मिक यात्रा के आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है।

विधायकों को भेजा गया निमंत्रण

हरियाणा विधानसभा सचिवालय ने सभी विधायकों को पत्र भेजकर 20 जनवरी तक  Maha-Kumbh-Yatra  में शामिल होने के लिए अपनी सहमति देने को कहा है। इस पत्र में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि विधायकों को महाकुंभ संगम में यात्रा का खर्च खुद उठाना होगा। हालांकि विधानसभा सचिवालय ने प्रयागराज में जरूरी व्यवस्थाएं मुहैया कराने में हरियाणा के विधायकों की मदद करने का वादा किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य और कई विधायक 7 फरवरी को शहर में संगम स्नान करेंगे।

Maha-Kumbh संगम का महत्व और हरियाणा सरकार की भूमिका

Maha-Kumbh  संगम में  मेले को हिंदू धर्म का सबसे पवित्र और सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। हर 12 साल में लगने वाले  Maha-Kumbh-Yatra  में देशभर से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज आते हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से संगम में स्नान करना पापों के नाश और मोक्ष प्राप्ति के लिए शुभ माना जाता है। इस बार हरियाणा सरकार गरीब और वरिष्ठ नागरिकों को महाकुंभ मेले में आने के लिए विशेष योजना लेकर आई है। राज्य सरकार की “तीर्थ दर्शन योजना” के तहत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पात्र वरिष्ठ नागरिकों को सरकार द्वारा पूरी तरह प्रायोजित यात्रा का लाभ मिलेगा।

सरकारी योजना के तहत बुजुर्गों को लाभ

हरियाणा सरकार इससे पहले भी वरिष्ठ नागरिकों को सरकारी खर्च पर रामलला और अन्य तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए अयोध्या भेज चुकी है। इस योजना से अब तक हजारों बुजुर्गों को लाभ मिल चुका है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में हरियाणा सरकार की योजनाओं के तहत 10,000 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों ने तीर्थ स्थलों का दौरा किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार राज्य के बुजुर्गों के आध्यात्मिक और धार्मिक हितों का ध्यान रख रही है।

महाकुंभ की बढ़ती लोकप्रियता और पर्यटन

महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन और आर्थिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले इस मेले में हर बार लाखों पर्यटक आते हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2019 में कुंभ मेले में 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। महाकुंभ मेले से भारतीय अर्थव्यवस्था पर लगभग ₹1.2 लाख करोड़ का प्रभाव पड़ने का अनुमान है।
इस बार भी सरकार प्रयागराज में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम कर रही है।

आंकड़े और तथ्य: महाकुंभ मेला 2019 के रिकॉर्ड और तीर्थ दर्शन योजना के लाभार्थी

हरियाणा के विधायकों का अपने खर्च पर महाकुंभ में शामिल होना यह दर्शाता है कि वे धार्मिक और सामाजिक मूल्यों को महत्व देते हैं। साथ ही, राज्य सरकार बुजुर्गों और गरीबों के लिए तीर्थ यात्रा की सुविधा प्रदान करके एक सराहनीय कदम उठा रही है। महाकुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। इस आयोजन में भाग लेने वाले हरियाणा के विधायकों का प्रयास न केवल व्यक्तिगत आस्था को दर्शाता है बल्कि समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने का एक माध्यम भी है।

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