करनाल लोकसभा 4 मई को जजपा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान करेंगे नामांकन।
करनाल लोकसभा 4 मई को जजपा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान करेंगे नामांकन।
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यन्त चौटाला रहेंगे मौजूद…
देवेंद्र कादियान ने भाजपा और कांग्रेस के मिले होने का लगाया आरोप।
कहा – कांग्रेस ने करनाल में डमी कंडीडेट उतारा।
ताकि यहां से खट्टर और रोहतक से दीपेंद्र जीत सके।
जनता को गुमराह करके अपनी-अपनी सीट बचाने में लगे दोनों दल।
भाजपा और कांग्रेस के बाद से करनाल लोकसभा सीट के लिए जजपा ने भी कमर कस ली है। प्रदेश के पूर्व स्पीकर स्व. सतबीर कादियान के बेटे देवेंद्र कादियान जजपा की सीट पर करनाल से उम्मीदवार हैं। बुधवार को पानीपत में लोकसभा कार्यालय का शुभारंभ करने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा पहुंचे। इस दौरान जजपा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान और बृज शर्मा ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा।
पानीपत पहुंचे जजपा के प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा ने कहा कि हमारा चुनावी मुद्दा लोकल बनाम बाहरी रहेगा, क्योंकि जीटी बेल्ट में करनाल, कुरुक्षेत्र और अम्बाला बाहरी प्रत्याशियों को लाया जाता है। जो की गोचरान की तरह हरा-हरा चारा खाकर और मतदाताओं से अपना काम निकलवाकर वापिस नहीं आते। हम जनता के बीच जाकर इन नेताओं को सबक सिखाने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि क्या करनाल और पानीपत में ऐसा कोई काबिल व्यक्ति नहीं है जो चुनाव लड़ सके, हमें इसका फायदा चुनावों में मिलने जा रहा है। अब भाजपा और कांग्रेस को जनता स्वीकारनाहीं कर रही है। भाजपा के साथ रहकर दुष्यन्त चौटाला ने अनाज मंडियों में किसानोंकी फसलों का एक-एक दाना खरीदवाने का काम किया है। जबसे गठबंधन टूटा है तब से किसानोंके खाते में एक भी रुपया नहीं आया है जिससे किसान समझ चुके हैं और किसान जजपा के पक्ष मे आ रहे हैं।
इस दौरान जजपा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने भी अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि हम वोट काटने के लिए आये हैं,जबकि हम वोट काटने नहीं बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए आये हैं। कांग्रेस ने भाजपा के साथ मिलकर करनाल लोकसभा से डमी कंडीडेट उतारा है ताकि करनाल से खट्टर और रोहतक से दीपेंद्र हूडा जीत सके। ये जनता को गुमराह करके अपनी-अपनी सीट बचाने में लगे हैं। इसे करनाल लोकसभा का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि बाहरी उम्मीदवार को करनाल की जनता जितवा देती है और इसके बाद वे जनता को मिलने तक नहीं आते, जबकि हम 24 घंटे जनता के बीच रहेंगे।
कांग्रेस और भाजपा ने पंजाबी वोट पर सेंध लगाने के लिए पंजाबी उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जबकि जजपा ने इन दोनों के बीच जाट कार्ड खेला है। ये तो आने वाले चुनावों में ही साफ हो पायेगा कि किस पार्टी का कौन सा कार्ड बाजी मारेगा।