हुनर को पहचान देने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता–विवेक चौधरी

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हुनर को पहचान देने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता–विवेक चौधरी

एमएसएमई ने करवाया सरपंचों ,ग्राम सचिव व सीएससी सेंटर के संचालकों का जिला स्तरीय जागरूकता सम्मेलन

जिले भर से 300 के करीब पुरुष महिलाओं ने की भागीदारी
विभाग के अधिकारियों ने दी विश्वकर्मा योजना के संदर्भ में विस्तृत से जानकारी ।

स्थानीय स्काई लार्क पर्यटन केंद्र में शनिवार को भारत सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के एमएसएमई-विकास कार्यालय, करनाल की और से पंचायत सरपंचों , ग्राम सचिवो व सीएससी सेंटर के संचालकों का विश्वकर्म योजना पर
जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में जिले भर के 300 के करीब सरपंच ग्राम सचिवों ,सीएससी सेंटर व कई अन्य विभागों से जुड़े लोगों ने भाग लिया। सेमिनार में बारी बारी से एमएसएमई विभाग के उच्च अधिकारियों ने भारत सरकार की विश्वकर्मा योजना का किस तरह से आम व्यक्ति लाभ ले सकता हैं पर विस्तार से जानकारी दी ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जिला परिषद के सीईओ विवेक चौधरी ने कहा कि देश भर में पानीपत की पहचान औद्योगिक क्षेत्र के रूप में स्थापित हो चुकी है इसे आगे बढ़ाना है व इस कार्य में सरकार उनका पूरा सहयोग देगी। आम नागरिक विश्वकर्मा योजना का लाभ लेकर अपनी स्थिति को बदल कर आत्मनिर्भर बन सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी अपना उद्यम स्थापित करे तथा विकसित भारत में अपना योगदान बढ़ाए |
इस सदी में रोजगार का मतलब बदल गया है। हमें हुनर की पहचान देने के लिए और प्रयास करने की आवश्यकता है। प्रशासन सभी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की
मदद करेगा व उनके उत्पादकों को बिक्री करने में उनका सहयोग प्रदान करेगा।
सीईओ विवेक चौधरी ने कहा कि आने वाला समय शिल्पकारो व कारीगरों का है विश्वकर्म योजना उनके लिए रामबाण साबित होगी। आने वाले समय में इस योजना को और विस्तार स्वरूप प्रदान किया जा सकता है ।उन्होंने सभी से इस योजना के साथ जुड़ने व पंजीकरण कराने का आह्वान किया।


सेमिनार में सहायक निदेशक, एमएसएमई डीएफओ, करनाल ने सभी अतिथियो का स्वागत किया |
सेमीनार में संजीव चावला,निदेशक, एमएसएमई डीएफओ, करनाल ने अपने वक्तव्य के दौरान कहा कि यह योजना विगत 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लांच की गई थी तथा इस योजना में कारीगरों को 15 हजार रुपए तक की टूल किट और 3 लाख रू तक की राशि 5% ब्याज पर बिना जमानत के लोन, मुफ्त प्रशिक्षण, एवं प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपए दैनिक भत्ता, विपणन सहायता, प्रमाण पत्र और कारीगर पहचान पत्र प्रदान किए जायेंगे I सम्मलेन में वीडियो के माध्यम से योजना से होने वाले लाभों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उदेश्य हाथ से कार्य करने वाले परंपरागत दस्तकारों के संपूर्ण विकास के लिए भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में जानकारी प्रदान करना है |
दीपक वर्मा ने जिला एमएसएमई हरियाणा सरकार की विभिन्न स्कीमों के बारे में जानकारी दी|
कार्यक्रम में पीएम विश्वकर्मा स्कीम में बढई, लोहार, सुनार, कुम्हार,मोची, राजमिस्त्री, नाई, धोबी, दर्जी इत्यादि 18 विभिन्न श्रेणियों के आर्टिजंस (कारीगर) का मौके पर ही पंजीकरण किया गया | इस मौके पर सिटी प्रोजेक्ट ऑफिसर राकेश कादयान, एमएसएमई की सहायक निदेशक सतपाल, सामाजिक कार्यकर्ता रंजीता कौशिक, एसएम एंड आईडी स्पेशलिस्ट सोनिया कालरा,बलबीर सिंह के अलावा विभिन्न ग्राम पंचायत सरपंच, पंचायत सचिव व सीएससी संचालक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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