PM MODI का महाकुंभ घटना पर बयान: श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता

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प्रयागराज महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। PM MODI ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह हादसा अत्यंत दुखद है। मैं उन सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस संबंध में बात की है और मैं लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं।

PM MODI की प्राथमिकता: श्रद्धालुओं की सुरक्षा

PM MODI ने पहले भी महाकुंभ की भव्यता और सुरक्षा को लेकर खास निर्देश दिए थे। उन्होंने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि होनी चाहिए। सरकार की प्राथमिकता है कि CCTV सर्विलांस, AI आधारित क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम और आपातकालीन प्रतिक्रिया दल को और अधिक सक्रिय किया जाए। इसके तहत, 15,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके।

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महाकुंभ में सुरक्षा प्रबंधन की सख्ती

महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2019 के महाकुंभ में लगभग 24 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए थे 2025 में यह संख्या और अधिक होने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल और निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस और NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की कई टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद 100 से अधिक एंबुलेंस और 500 से ज्यादा मेडिकल स्टाफ मौके पर भेजे गए।

क्या कहता है डेटा? भीड़ प्रबंधन पर नए कदम

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में धार्मिक आयोजनों में भगदड़ की घटनाएं बढ़ी हैं।

  • 2013 में इलाहाबाद स्टेशन पर महाकुंभ के दौरान भगदड़ में 36 लोगों की मौत हुई थी।
    2015 में पुरी रथयात्रा के दौरान भगदड़ में 3 श्रद्धालु मारे गए थे।
    2016 में वाराणसी में एक धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ में 24 लोगों की मौत हुई थी।

प्रशासन की तैयारियां 

यूपी सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस बार महाकुंभ में 6,000 से अधिक CCTV कैमरों और ड्रोन सर्विलांस की व्यवस्था की है। इसके अलावा, Google Maps आधारित ट्रैफिक डायवर्जन सिस्टम भी लागू किया गया है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

सरकार अलर्ट

PM MODI ने स्पष्ट किया कि हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। राज्य और केंद्र सरकारें मिलकर राहत कार्यों में लगी हुई हैं। सरकार की कोशिश है कि आने वाले दिनों में ऐसी कोई भी घटना दोबारा न हो और महाकुंभ में श्रद्धालु सुरक्षित रहें।

 

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