SAD and Congress are in dilemma?: पंजाब में दूसरे दलों के उम्मीदवारों का इंतजार, आखिर किस दुविधा में फंसी SAD और कांग्रेस?
SAD and Congress are in dilemma?: पंजाब में एक जून को Punjab Lok Sabha Election 2024 होने हैं। लेकिन प्रदेश में पार्टियों ने सभी सीटों पर उम्मदीवारों की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने अभी तक एक भी सीट पर उम्मीदवार की प्रभावशाली घोषणा नहीं की हैं। पार्टियां दूसरे का इंतजार कर रही है कि कब दूसरी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारे और कब वे अपने उम्मीदवारों की घोषणा करे।
Punjab Lok Sabha Election 2024 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर सस्पेंस बरकरार है। सभी पार्टियां दूसरे के उम्मीदवारों के नाम घोषित होने का इंतजार कर रही हैं। AAP ने नौ और BJP ने 6 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन कांग्रेस और SAD ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
15 अप्रैल को हो उम्मीदवारों की घोषणा
कांग्रेस संभवत: 15 अप्रैल तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। माना जा रहा है कि यही कारण है कि CM मान ने एक दिन पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि 16 अप्रैल को पार्टी लुधियाना और जालंधर सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।
BJP में शामिल परमपाल कौर SAD and Congress are in dilemma?
BJP ‘मिस्टर कूल’ की तरह इस बात का इंतजार कर रही है कि कब कांग्रेस अपनी सूची जारी करे। कारण ये है कि फतेहगढ़ साहिब और खडूर साहिब ऐसी सीटें हैं जहां BJP के पास उम्मीदवार नहीं है। बठिंडा में भी न्युनाधिक यही स्थिति थी लेकिन SAD नेता सिकंदर सिंह मलूका की बहू परमपाल कौर के BJP में आने से पार्टी की यह परेशानी दूर हो गई है।
बठिंडा से परमपाल होगी उम्मीदवार
परमपाल कौर का बठिंडा से चुनाव लड़ना तय है।कांग्रेस भी इस बात को अच्छी तरह से समझ रही है कि टिकट बंटवारे के बाद जिसका भी टिकट कटेगा वह किसी दूसरी पार्टी में जाकर पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। यही कारण है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा जिसको जाना है चला जाए।कांग्रेस 15 तक पहली लिस्ट जारी कर सकती है।
BJP की नजर फतेहगढ़ साहिब और खडूर साहिब पर
इसमें उन सीटों को स्थान दिया जाएगा जहां किसी प्रकार की टूट-फूट की संभावना न हो जिसमें लुधियाना,पटियाला, बठिंडा, अमृतसर, होशियारपुर, फरीदकोट,गुरदासपुर आदि शामिल हैं। वहीं BJP की नजर फतेहगढ़ साहिब और खडूर साहिब पर है। इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस अपने सिटिंग सांसदों का टिकट काटती है तो BJP के पास उन्हें लाने का मौका मिल जाएगा।
SAD जल्दबाजी में कोई कदम उठाने के मूड में नहीं SAD and Congress are in dilemma?
आम तौर पर SAD हमेशा ही चुनाव से कई महीने पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा करता आया लेकिन पार्टी इस बार जल्दबाजी में कोई कदम उठाने के मूड में दिखाई नहीं दे रही।