Sukanya Samriddhi Yojana: हरियाणा सरकार ने बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुरू की सुकन्या समृद्धि योजना
Sukanya Samriddhi Yojana: अगर आपके घर में छोटी बेटी का जन्म हुआ है और आप अपनी बेटी के भविष्य के लिए बेहतर योजनाएं जैसे शिक्षा, उच्च शिक्षा विवाह आदि बना रहे हैं तो सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना इसी उद्देश्य से बनाई गई है। यह योजना विशेष रूप से बेटियों के लिए बनाई गई है। इस योजना का लाभ गोद ली हुई बेटियों के लिए भी उठाया जा सकता है।
भविष्य के खर्चों को पूरा करेगी
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों के लिए एक छोटी बचत योजना है, जो उनके भविष्य के खर्चों को पूरा करेगी। यह योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू की गई है।
देश की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता माता-पिता या कानूनी अभिभावकों द्वारा 10 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के नाम पर खोला जा सकता है, जिसकी शुरुआत 250 रुपये से होती है और 1.50 लाख रुपये तक हो सकती है। सरकार का मुख्य उद्देश्य इस योजना के माध्यम से देश की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है।
बेटियों के लिए ही खाते खोले जाते हैं
इस योजना के तहत परिवार का कोई भी सदस्य जैसे माता-पिता या अन्य अभिभावक खाता खोल सकते हैं, लेकिन केवल बेटियों के लिए ही खाते खोले जाते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना खाता किसी भी नजदीकी डाकघर या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है।
प्रवेश की अधिकतम आयु 10 वर्ष
प्रवक्ता ने बताया कि इस योजना के तहत लड़कियों के लिए प्रवेश की अधिकतम आयु 10 वर्ष है। वार्षिक निवेश राशि 1,000 रुपये से 1.50 लाख रुपये तक है। सुकन्या समृद्धि योजना में 21 साल की परिपक्वता अवधि के साथ 15 साल तक प्रीमियम राशि जमा करनी होती है।
50 प्रतिशत राशि निकालने का विकल्प प्रदान Sukanya Samriddhi Yojana
इस योजना में मौजूदा ब्याज दर 7.60 फीसदी है। जब लड़की 18 वर्ष की हो जाती है, तो उसकी उच्च शिक्षा के लिए 50 प्रतिशत राशि निकालने का विकल्प प्रदान किया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाते को कही और भी ट्रांसफर किया जा सकता है। यदि लड़की 18 वर्ष की होने के बाद अपना खाता स्वयं प्रबंधित करना चाहती है, तो इसका प्रावधान भी योजना में शामिल है।
योजना का लाभ अवश्य उठाना चाहिए
उन्होंने कहा कि बेटियों के समृद्ध भविष्य के लिए यह योजना बेहद कारगर है। इसलिए अभिभावकों को इस योजना का लाभ अवश्य उठाना चाहिए। इससे न केवल माता-पिता पर वित्तीय बोझ से राहत मिलती है बल्कि लड़कियों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए भी पर्याप्त सहायता मिलती है।
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