
पानीपत, 11 अप्रैल: पानीपत में आज लोगो को भारी तपिश से राहत मिली। शाम होते ही आसमान में धूल भरी अंधी शुरू हो गई है। हालकि बदलते मौसम से लोगो के काम में जरूर बाधा आई है। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, आसमान में घने बादल छा गए और धूल भरी आंधी के कारण पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया।
धूल भरी आंधी के कारण बदला नजारा
धूल भरी आंधी की तेज हवाओं ने पूरे जिले को अपनी चपेट में ले लिया। हवा में उड़ी धूल के कारण दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे सड़क पर वाहन चलाने वालों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी।
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तापमान में गिरावट से राहत, लेकिन किसान चिंतित
- गर्मी से मिली राहत: धूल भरी आंधी और बदले मौसम से आम लोगों को कुछ ठंडक महसूस हुई।
- किसानों की चिंता बढ़ी: बदलता मौसम पकी हुई गेहूं की फसल के लिए बन सकता है खतरा।
- धूल भरी आंधी का असर : तेज हवाएं और उड़ती धूल फसल की गुणवत्ता को कर सकती हैं प्रभावित।
- नमी बनी समस्या: मौसम में बढ़ी नमी से फसल में फफूंदी और खराबी की आशंका।
विशेषज्ञों की चेतावनी: किसानों को चाहिए कि वे मौसम साफ होने तक फसल की कटाई को टालें।
बिजली आपूर्ति पर असर
मौसम परिवर्तन के साथ ही जिले के अधिकांश क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कई घंटों तक बिजली बाधित रही, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
बादलों के बीच दिन में अंधेरा
सूर्योदय वाले दिन अचानक छाए काले बादलों ने ऐसा नजारा पेश किया, मानो शाम हो गई हो। तापमान में गिरावट आई, लेकिन मौसम का यह बदलाव किसानों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है।
किसानों के लिए सलाह
- किसानों को सलाह : फिलहाल गेहूं की कटाई में जल्दबाजी न करें।
- तेज हवा और नमी : इन कारणों से फसल को नुकसान होने की आशंका है।
- इंतजार करें: मौसम के पूरी तरह साफ होने तक कटाई टालना बेहतर रहेगा।
- विशेषज्ञों की चेतावनी: जल्दबाजी से गेहूं की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
- समय की समझदारी: सही समय पर कटाई करने से फसल की रक्षा और लाभ दोनों सुनिश्चित किए जा सकते हैं।