
कल्पना कीजिए कि आप एक साधारण जीवन जीते हैं, मात्र 500 रुपये के लिए प्रतिदिन कड़ी मेहनत करते हैं, फिर एक दिन आपको इनकम टैक्स से 37 करोड़ रुपये से अधिक की मांग करने का नोटिस मिलता है! हरियाणा के सिरसा जिले के एक छोटे से गांव अली मोहम्मद में सैलून मालिक राकेश कुमार इस असाधारण घटना में शामिल थे।
क्या है पूरा मामला ?
एक दशक से राकेश कुमार सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के पास एक सैलून चला रहे हैं। उनका जीवन आम लोगों जैसा ही है- थोड़ी सी आय, व्यस्त कार्य शेड्यूल और कोई भी खास खर्च नहीं। 29 मार्च को जब राकेश स्टोर से बाहर थे, तो डाकिया एक लिफाफे में आयकर विभाग से एक नोटिस लेकर आया।
केवल 5वीं कक्षा तक पढ़े राकेश अंग्रेजी में लिखे नोटिस को समझ नहीं पाए। इस लिफाफे को देखने वाले पेशेवर को पता चला कि यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आयकर विभाग का पत्र है, जिसमें 37,87,61,561 रुपये के कर भुगतान का आदेश दिया गया है।
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इनकम टैक्स विभाग से कैसे हुई चूक?
इनकम टैक्स विभाग की इस हरकत से सभी हैरान है। मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस नोटिस में उल्लिखित नाम, पता और पैन नंबर सभी राकेश कुमार पर लागू होते हैं। राकेश और उनका परिवार इस मामले में पूरी तरह से इनकार कर रहे हैं। राकेश का कहना है कि वह रोजाना केवल 500 रुपये कमाते हैं और उन्होंने कभी इतनी बड़ी रकम के बारे में सपने में भी नहीं सोचा था।
9 अप्रैल को माँगा ज़बाब
आयकर विभाग ने 9 अप्रैल, 2025 तक जवाब मांगा है। राकेश के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अपनी बेगुनाही साबित करने और खुद को इस बड़ी गलती से केसे बचाए।
क्या है संभावित कारण ?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह किसी बड़ी धोखाधड़ी या साइबर धोखाधड़ी से जुड़ा हो सकता है, लेकिन आयकर विभाग ने अभी तक इस सवाल का आधिकारिक रूप से जवाब नहीं दिया है। धोखाधड़ी करने वाला कोई और व्यक्ति भी संदेह के घेरे में आ सकता है, साथ ही आधार लिंक की त्रुटियां और पैन कार्ड की जानकारी का दुरुपयोग भी हो सकता है।
अगर आपको कोई नोटिस मिले, तो आपको क्या करना चाहिए?
- जितनी जल्दी हो सके, किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) या टैक्स सलाहकार से संपर्क करें।
- पैन कार्ड के साथ अन्य कागजात भी चेक करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई दुरुपयोग न हो।
- आयकर विभाग की वेबसाइट पर अपनी सालाना आय का रिकॉर्ड देखें।
- किसी भी कानूनी परिणाम से बचने के लिए, निर्धारित समय सीमा के भीतर अधिसूचना का जवाब दें।
क्या आयकर विभाग नोटिस जारी करने से पहले पूरी तरह से जांच नहीं करता? आपके क्या विचार हैं? कृपया कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें।